Operation Sindoor: भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान की सीमा में 100 किलोमीटर अंदर 9 आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए. तीनों सेनाओं ने संयुक्त रूप से इस ऑपरेशन को अंजाम दिया.
पीएम मोदी और एनएसए अजित डोभाल ने पल-पल की निगरानी की. लश्कर और जैश-ए-मोहम्मद के ठिकाने प्रमुख निशाने पर थे.
Operation Sindoor: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान की ओर से करीब 15 दिनों तक इंतजार करने के बाद मंगलवार और बुधवार की दरमियानी रात को भारतीय सेना ने रात करीब दो बजे के बाद ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत 9 आतंकी ठिकानों पर हवाई हमले शुरू कर दिए. सबसे बड़ी बात यह है कि जब पूरा पाकिस्तान आधी रात को सो रहा था, तब भारतीय सेना ने अपने मिसाइल से पाकिस्तानी बॉर्डर से करीब 100 किलोमीटर अंदर तक हमला किया.
लश्कर और जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर निशाना रिपोर्ट में बताया गया है कि भारतीय सेना ने भारत में आतंकवादी गतिविधियों को प्रायोजित करने में उनकी भूमिका के लिए जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर के शीर्ष नेतृत्व को निशाना बनाने के इरादे से हमलों के लिए स्थान का चयन किया था. रिपोर्ट में कहा गया है कि हमलों में भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना की तीनों सेनाओं की सटीक हमला करने वाली हथियार प्रणालियों का इस्तेमाल किया गया.
इसमें लोइटरिंग हथियार भी शामिल थे.भारत की सरजमीं से किए गए हमले पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी शिविरों पर हमलों के निर्देशांक खुफिया एजेंसियों की ओर से मुहैया कराए गए थे. हमले भारतीय धरती से ही किए गए.
भारतीय सशस्त्र बलों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी बुनियादी ढांचे पर हमला किया गया, जहां से भारत के खिलाफ आतंकवादी हमलों की योजना बनाई. ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में कई ठिकानों पर हमले भारतीय सेना और वायु सेना द्वारा सटीक हमला करने वाले हथियारों का इस्तेमाल करके एक संयुक्त अभियान था.
पीओके पर भारत का कब्जा जरूरी: प्रफुल्ल बख्शी रक्षा विशेषज्ञ प्रफुल्ल बख्शी ने भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर पर कहा, “एयरफोर्स ने करके दिखाया. आतंकियों के 9 ठिकानों पर स्ट्राइक की है. यह एयर और आर्टिलरी की मिक्स स्ट्राइक है. पाकिस्तान जवाबी कार्रवाई करेगा और पाकिस्तान ने कहानियां बनानी शुरू कर दी होंगी. अब खेल शुरू हो गया है, अब यह अंत तक ही जाएगा. हमें एक बात याद रखनी होगी कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर लेने के लिए हमला ही एकमात्र उपाय नहीं है. हमें धीरे-धीरे उस पर कब्जा करना शुरू करना होगा.”