दुर्ग : छत्तीसगढ के दुर्ग जिले के बघेरा रेलवे क्रॉसिंग पर सोमवार शाम एक दिल दहला देने वाली घटना घटी। नशे में धुत एक ट्रैक्टर चालक ने बंद रेलवे फाटक को तोड़ते हुए पटरियों को पार कर लिया। ट्रेन के आने से महज कुछ सेकंड पहले यह घटना हुई, जिससे बड़ा रेल हादसा टल गया। स्थानीय लोग इसे किसी चमत्कार से कम नहीं मान रहे हैं, वहीं इसने रेलवे सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
घटना शाम करीब 4 बजे की है। नयापारा दुर्ग से कोटनी गांव की ओर जा रहा ट्रैक्टर चालक, जिसकी पहचान रामू यादव (35 वर्ष) के रूप में हुई है, पूरी तरह नशे की हालत में बेकाबू हो चुका था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, रेलवे फाटक पर पहुंचने से पहले उसने करीब आधा दर्जन साइकिल सवारों को टक्कर मार दी थी, जिसमें दो बुजुर्ग घायल हो गए। घायलों को तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां उनकी स्थिति फिलहाल स्थिर बताई जा रही है।
जब बघेरा रेलवे क्रॉसिंग पर ट्रेन के गुजरने की सूचना पर फाटक बंद हुआ, तो वहां पहले से कई वाहन खड़े थे। लेकिन ट्रैक्टर चालक ने रुकने के बजाय तेज रफ्तार में बैरियर को तोड़ दिया और पटरियां पार कर गया। ठीक उसी क्षण दक्षिण-पूर्व रेलवे की एक मालगाड़ी क्रॉसिंग से गुजर गई। यदि ट्रैक्टर कुछ सेकंड भी देर से पार करता, तो भीषण टक्कर होना तय था।
फाटक ऑपरेटर संजय कुमार (28 वर्ष) ने तुरंत क्षतिग्रस्त बैरियर को हटाकर मैनुअल तरीके से क्रॉसिंग को सुरक्षित किया। उन्होंने बताया, “ट्रेन का हॉर्न सुनते ही मैंने अलार्म बजाया, लेकिन चालक पर शराब का इतना असर था कि वह कुछ समझ ही नहीं पाया। बैरियर टूटने की आवाज से सभी लोग दहशत में आ गए थे।”
इस घटना के बाद क्रॉसिंग पर करीब एक घंटे तक यातायात बाधित रहा और यात्रियों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी।
