कर्नाटक के चित्रस्वामी स्टेडियम में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब आरसीबी (रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर) के खिलाड़ियों को सम्मानित करने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में हजारों की भीड़ उमड़ पड़ी। जैसे ही स्टेडियम का गेट खोला गया, अनियंत्रित भीड़ के कारण भगदड़ मच गई। इस हादसे में अब तक 7 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि कई अन्य घायल हुए हैं।
हादसे का घटनाक्रम:
खिलाड़ियों के सम्मान समारोह के लिए स्टेडियम में भारी भीड़ पहले से ही एकत्रित थी।
भीड़ पर काबू पाने के लिए पर्याप्त पुलिस बल नहीं था।
जैसे ही गेट नंबर-1 खोला गया, हजारों फैंस एक साथ अंदर जाने लगे, जिससे भगदड़ मच गई।
कुछ लोग अंदर जाने की कोशिश में दीवार फांदते भी देखे गए।
सबसे ज्यादा क्षति गेट नंबर-1 के पास हुई, जहाँ दबकर कई लोग घायल हो गए।
प्रशासनिक चूकें:
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कोई बैरिकेडिंग या संख्या नियंत्रण नहीं था।
स्थानीय पुलिस और आयोजकों ने भीड़ का पूर्वानुमान नहीं लगाया।
एम्बुलेंस और मेडिकल टीम देर से पहुँची, जिससे घायलों को समय पर मदद नहीं मिल सकी।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री श्री सिद्धारमैया ने इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा:
“यह एक अत्यंत दुखद घटना है। हम मृतकों के परिवारों को मुआवज़ा देंगे और घटना की उच्चस्तरीय जांच करवाई जाएगी।”
उन्होंने समारोह में खिलाड़ियों को माला पहनाकर सम्मानित भी किया, लेकिन उसके तुरंत बाद भगदड़ की खबर सामने आई।
स्थिति अब नियंत्रण में, पर सवाल उठे:
घटना के बाद स्टेडियम में पुलिस बल की तैनाती बढ़ा दी गई है। घायल लोगों का इलाज स्थानीय अस्पतालों में चल रहा है। इस हादसे ने आयोजन समिति और प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
जांच की मांग और संभावित कार्रवाई:
मृतकों के परिजनों को ₹10 लाख मुआवज़ा देने की घोषणा।
घायलों को नि:शुल्क इलाज मुहैया कराया जा रहा है।
आयोजनकर्ताओं पर लापरवाही का मामला दर्ज करने की संभावना।
भविष्य में ऐसे आयोजनों के लिए भीड़ नियंत्रण के सख्त प्रोटोकॉल लागू करने की मांग उठ रही है।