दुर्ग/अमलेश्वर।
अमलेश्वर थाना क्षेत्र में हुई लाखों की चोरी की वारदात का खुलासा करते हुए पुलिस ने अंतरजिला चोरी गिरोह के छह सदस्यों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों में बिलासपुर का कुख्यात हिस्ट्रीशीटर रितेश उर्फ लुटू पाण्डे भी शामिल है। आरोपियों के कब्जे से ₹7.36 लाख मूल्य के सोने-चांदी के जेवरात और एक बुलेट मोटरसाइकिल बरामद की गई है। पुलिस अब भी एक अन्य फरार आरोपी की तलाश में जुटी है।
घटना का विवरण
दिनांक 19 मई 2025 को कबीर नगर, अमलेश्वर निवासी मुकेश देवांगन ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि 18 मई की रात वह अपने परिवार सहित ससुराल चंगोरभाठा गए थे। 19 मई की सुबह लौटने पर उन्होंने देखा कि घर का ताला टूटा हुआ था और अलमारी से लगभग ₹1.90 लाख के सोने-चांदी के जेवर चोरी हो चुके थे।
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। तकनीकी साक्ष्यों और CCTV फुटेज के आधार पर यह पता चला कि वारदात के दिन बिलासपुर का निगरानीशुदा बदमाश रितेश उर्फ लुटू पाण्डे अपने साथी सोहन पटेल के साथ एक बुलेट मोटरसाइकिल में घटनास्थल के पास देखा गया था। इसके बाद अमलेश्वर पुलिस की टीम को बिलासपुर भेजा गया।
पूछताछ में खुलासा
रितेश और सोहन को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, जिसमें उन्होंने चोरी की वारदात को अंजाम देने की बात स्वीकार की। उन्होंने बताया कि इस वारदात में उनका तीसरा साथी लक्की यादव भी शामिल था, जो फिलहाल फरार है। तीनों ने मिलकर रॉड की मदद से मकान का ताला तोड़ा और घर में घुसकर जेवरात की चोरी की थी।
पूछताछ में यह भी सामने आया कि चोरी के माल को संतोषी गोस्वामी के माध्यम से सुखनंदनलाल को बेचा गया था। शेष जेवरात रितेश के पिता विनय पाण्डे और रिश्तेदार रमेश पटेल के पास छिपाकर रखे गए थे।
बरामदगी का विवरण
सोने के जेवरात: 51 ग्राम 430 मिलीग्राम (कीमत ₹3,56,000)
चांदी के जेवरात: 466 ग्राम (कीमत ₹2,30,000)
बुलेट मोटरसाइकिल: (कीमत ₹1,50,000)
कुल बरामदगी: ₹7,36,000
गिरफ्तार आरोपी
- रितेश उर्फ लुटू पाण्डे (26 वर्ष), सरकण्डा, बिलासपुर
- सोहन पटेल (22 वर्ष), टिकरापारा, बिलासपुर
- सुखनंदनलाल (55 वर्ष), सिरगिट्टी, बिलासपुर
- विनय पाण्डे (53 वर्ष), सरकण्डा, बिलासपुर
- रमेश पटेल (29 वर्ष), गांधी चौक, बिलासपुर
- संतोषी गोस्वामी (45 वर्ष), सिरगिट्टी, बिलासपुर
सभी आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है। फरार आरोपी लक्की यादव की तलाश अभी जारी है।
पुलिस की भूमिका
इस कार्रवाई में अमलेश्वर थाना व एसीसीयू (Anti Crime and Cyber Unit) की टीम ने सक्रिय भूमिका निभाई।